भलांई
बारह बरस में ई सही
पण अेक बार तो
चेत ही छै रेवड़ी की भी।
चेगती भी क्यूंन
क्यूं कै जगत की भ'लाई नैं
काळज्या में धर'र
अमरत करबा को काम
वा ईज तो करै छै।