अवल अलमस्ती रौ अवतार

सरस वेदां श्रुतियां रौ सार

आतमा रौ असली आणंद

अनोखी अणहद री झणकार

मिटावै स्वारथ माया मोह

जगत री चिंतावां दे झाड़

फकीरी पोयण ज्यूं निरळेप

खड़ी भवसागर रै मझधार

अकारथ जिण रै आगळ अरथ

राजसी ठाठ भोग मद-पान

जगत नै समझै धूळ समांन

फकीरी कवि कबीर रौ ग्यांन

फकीरी मुगती रौ परसाद

रगां री रगताळ झणकार

आतमा रौ असीम सूं मेळ

फकीरी ‘मेड़तणी’ रौ प्यार

गरीबी धरती रौ अभिसाप

फकीरी सुरपुर रौ वरदांन

गरीबी आंसूड़ां री धार

फकीरी अंस-बंस रौ ग्यांन

फकीरी जोग अमीरी भोग

गरीबी रोग जगत री मार

फकीरी महा प्रलय रै बीच

नाव भवसागर करणी पार।

स्रोत
  • पोथी : मोती-मणिया ,
  • सिरजक : स्याम श्रीपत ,
  • संपादक : कृष्ण बिहारी सहल ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन