आपरै आपै माथै
मिनख नै
जद व्है जावै पतियारौ
आपरी हूंस रै जाग्यां—
जागै अर
उणरै आपरै सुपनां रै
आपो आप
लाग जावै पांख!
अणंत आभै
मन उडाण भरण री करै
अर वौ उडै ई है
पण ओछौ पड़ जावै
आभौ।