पाणी-

थार मांय

अेक सवाल है

पीढ़ियां सूं!

पाणी-

बरफ बरफ हुयां पछै

अेक चुनौती है

साइबेरिया जिस्या इलाकां माय!

पाणी-

दरिया मांय घणो ईज...

पण पीवणजोग चाईजै

नाविकां अर द्वीप वासियां नैं।

कोई सीधो-सो रिस्तो नीं है

थार, साइबेरिया अर दरिया मांय

पण अेक बात जोड़े...

थार मायं कोसां दूर सूं

साइबेरिया माय बरफ गळायर

नाविकां नैं मेह उडीक’र

मिलै पाणी।

आप ग्लोब माथै

धरो तो सरी आंगळी

सैंग रिस्तां सूं पैलां

मिलसी

पाणी रो रिस्तो!

स्यात सारो पाणी

जमीन तळे

दरिया मांय

अर बादळां

हुवै अेकमेक।

पाणी-

आपणी सरहदां सूं मोटो

अर सरीर रै रंगां सूं

मोटो सवाल है।

स्रोत
  • पोथी : रणखार ,
  • सिरजक : जितेन्द्र कुमार सोनी ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन
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