पग री रिछा करै

बा पगरखी

उणनै जूनी मत बणाव

जिकी फाटै अर नूवी आवै

छेवट

है तौ बा पगरखी।

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : शिवराज छंगाणी