सरद पूनम री चानणी—चटूड़ रात
धोरां माथै यूं लेटी
जाणै सुरग री कोई अपसरा
रेसम री सफेद साड़ी पैर्यां
रुखाळती हुवै सौनल चूरै नै
आखी रात।