कोरो कागद

निब सूं बोल्यो-

''क्यूं म्हारा काळजा पे

डंक चुभावे है?''

निब बोल्यो-

‘‘रे बीरा

जदै तो

मिनखां री

निजरां में आसी!''

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुनियोड़ी ,
  • सिरजक : कैलाश मंडेला