मन जूझै

तन धूजै

डोरा ने

सूई रो छेद

नी सूझै।

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत ,
  • सिरजक : मदनमोहन पड़िहार ,
  • संपादक : डॉ. भगवतीलाल व्यास ,
  • प्रकाशक : राजस्थान साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर