धरती केई बार झेलिया महाजुद्ध

पण राजनीति रो भारत हमकै माचैला

भूख गरीबी बेकारी रा झाड़ा देवण

भांत भांत रा भोपा मन्तर बांचैला।

सबदां रा बाजीगर आसी

नुवां कोल कायदा लासी

आप आप री बांट छाळियां

दूध दही रा प्याला पासी...

सौ सौ ठुमका देय वारणा लेवैला

हेत हथाई प्रीत आंखियां राचैला

धरती केई बार झेलिया महाजुद्ध

पण राजनीति रौ भारत हमके माचैला

भूख गरीबी बेकारी रा झाड़ा देवण

भांत भांत रा भोपा मन्तर बांचैला।

घरपैला झगड़ा री आसण

भूखां नै सवदां रो रासण

आप आपरी न्याय कचेड़ी

साधैला बंसां री सासण...

आंम्ही सांम्ही बांध मोरची उभैला

जनता आंरी करम कमाई जांचैला

धरती केई बार झेलिया महाजुद्ध

पण राजनीति रो भारत हमकै माचैला

भूख गरीबी बेकारी रा झाड़ा देवण

भांत भांत रा भोपा मन्तर बांचेला।

सैचन्नण पसरैला माया

लुळ बेवड़ी होगी काया

बेळां आयां भाव चड़ैला

पुळ टळियां पकडेला ठाया...

ठग विद्या री पोल खुलैला हाकां आकां

सेवट तो जन सगती आपो सांभैला

या धरती कई बार झेलिया महाजुद्ध

पण राजनीति रो भारत हमके माचैला

भूख गरीबी बेकारी रा झाड़ा देवण

भांत भांत रा भोपा मन्तर बांचैला।

स्रोत
  • पोथी : उछाळौ ,
  • सिरजक : रेंवत दान ,
  • प्रकाशक : रमत्त प्रकाशन
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