नवी-नवी खुली पोसाळ री

खूबियां गिणावै बौपारी।

‘रेत रो कण

नीं लागैलो टाबर रै

अेसी वैन, अेसी स्कूल

अफ्रीकन दूब रो

हर्‌यो-भर्‌यो खेल मैदान।’

कियां समझावूं

बौपारी नै

कै जिका बूंटा

धोरां में फळै

बै अचाणचक

अेसी रूमां में

कियां ढळै!

स्रोत
  • सिरजक : सत्यनारायण सोनी ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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