नहर नैं गुमेज है

कै उणरै नांव माथै बसग्यो

अेक भर्यो-पूरो गांव

चक चौबीस पी.बी. अेन.

राज रै कागजां

अर जन रै काळजै

बस्योड़ो गांव

सोधीज सकै

गूगल मेप री मारफत

देस-दुनियां में कठैई बैठ्यां।

नांव टाळ

कांई रैवै लारै

गयां पछै

नहर नै थ्यावस है

इतियास रै आंगणै

गांव

रुखाळैला उणरै नांव नैं

जुगां तांई।

स्रोत
  • पोथी : राजस्थली ,
  • सिरजक : मदन गोपाल लढ़ा ,
  • संपादक : श्याम महर्षि ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी संस्कृति पीठ राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ़