आपरी मायड़ नै

मा केवंता

आवै जिण नै लाज,

आंटी, मैडम रै

भरम जाळ में

उळझ्या बै आज।

औरां रा टाबर

पढावै आपरै

स्कूल में

अर आपरा पढावै

अंगरेजी स्कूल में,

बै बात करै भासा री

मानता री

इस्यै कपूतां री

मा किंयां करै

राजस्थान में राज

मायड़ भासा राजस्थानी

घाल घड़ै में मूंडो

झर-झर रोवै आज।

स्रोत
  • पोथी : बेटी ,
  • सिरजक : मनोजकुमार स्वामी ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन ,
  • संस्करण : Pratham
जुड़्योड़ा विसै