मझधार के बीच

तुणगल्या ज्यूँ हाल रह्या छाँ म्हाँ

जीवता ही चकडोळ पे चाल रह्या छाँ म्हाँ

चामड़ा की चालणी में जाणें

रेत चाळ रह्या छाँ म्हाँ।

स्रोत
  • पोथी : सोरम का चितराम ,
  • सिरजक : अम्बिका दत्त ,
  • प्रकाशक : अणहद प्रकाशन