मां!
थूं आई आंगणै
नेह रै छिंयाळै
ठरग्यो म्हारो आंगणो
अर काळजो।
म्हैं
मर- मरगै देख लियो
पण थे जीगै नीं देख्यो
कदैई जी नै
अळ्यो गयो
म्हारो मरणो
अर थारो जीवणो।