आसण माथै बैठ’र

माळा रा मिणियां

गुड़कावतौ जावै

पण ध्यान राखजै

मिणिया फोरणा

मिणिया पोवणा

अर मिणिया टूपणां मांय

घणौ आंतरौ होवै

कैवत है

माइतां री माळा रा

पुत्र आजा आवै

पण थूं अजै तांई

पड़लौ सूद कमावै

पड़लौ सूद खावै

पाप हुवौ चावै पुत्र

माळा रा मिणियां

गुड़कावै, गुड़कावतौ जावै।

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : शिवराज छंगाणी ,
  • संपादक : गौतम अरोड़ा