आ तै है कै
हर फूल नै
मुरझाय’र खिरणौ है
अबै आ फूल तै करै कै
उणनै बाग नै
महकावणौ है.!
कै
बाग में ओळबा
काढ़तां-काढ़तां इज
मुरझाय’र खिर जावणौ है।