मा

आपां नै

किंयां पाळ्या पोस्या?

आपां नीं देख्यो

कित्ती दो'री हुई हुवैला मा..!

चितराम

देखणो हुवै तो देखो

चिड़ी रै आळै में

बैठ्या चिड़ियां नै।

चिड़ी, मा

किंयां चांचां सूं

चुगावै चूण,

छोटी सी चूसटी

किंयां पाळै चिंनां-चिंनां

फोइयां नै!

कुतड़ी मा किंयां पाळै

आपरै घुचरियां नै अर

बिलड़ी किंयां

चक्यां फिरै दांता में

आपरै बचियां नै...

सूरड़ी पाळै सागै

दसे'क नै सावचेती सूं

ईयां जगती री

मांवां नै देख्यां पछै

कोई किंयां केय सकै कै

मा सू मोटो हुवै

भगवान, अल्ला, ईसा, वाहेगुरू!

जद कै

सगळा रो जीवण

हुवै मा सूं सरू।

स्रोत
  • पोथी : बेटी ,
  • सिरजक : मनोजकुमार स्वामी ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन ,
  • संस्करण : Pratham
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