वो थन्नै नीं समझसी

थूं म्हनैं नीं समझसी

म्हैं उणनै नीं समझसूं

चालती रैयसी रिंकी

दुनियां इंयां ई!

अबै म्हैं वो नीं

म्हैं कुण 'ई और हौ रिंकी

कै थूं आई चांणचकै

अर म्हैं कोई और हुयग्यौ

कै चांणचकै थूं गयी परी

अबै म्हैं कोई और हूं

पण अबै म्हैं वौ नीं

जिकौ हौ थांरै आवणै सूं पैलां!

स्रोत
  • पोथी : रिंकी टेलर ,
  • सिरजक : कुमार अजय ,
  • प्रकाशक : एकता प्रकाशन