लागती ला में उम्बाड़ियं केम नाको

बे-बे पोगे तमे केम डाको

आपड़ी वात ने तो तमे ढाको

ने पारका हामा केम ताको

लागती ला में उम्बाड़ियं केम नाको!

आमता-आमता तमे केम फांको

धाके टीम्बुर्व परते केम पाको

कुतरा परते डासं भरी-भरी ने

कईक वळा तो तमे थाको

लागती ला में उम्बाड़ियं केम नाको!

मन नी वात मन में राको

बीजा नी घटीअे नके टाको

पारके धोरे केम सड़ी ज़ो हो

आपड़ू गाड़ू तमे आको

लागती ला में उम्बाड़ियं केम नाको!

स्रोत
  • सिरजक : कैलाश गिरि गोस्वामी ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी