थारै गाडै री चरकचूं
म्हनै म्हारी चरकडंडी री दांई
चरकचूं लागैI
थारै झूठल-ऊंट री झागारोळ
म्हनै म्हारै मास्टरजी री
रीस लागैI
थारी घालेड़ी खेत हळाई
म्हनै म्हारै किताब-पाठ रा
पैरा लागैI
थारै हळ रौ स्यारौ,
स्यारै री अणी
म्हनै म्हारै कलम री
निभ लागैI
लागै तौ लागै
म्हनै तौ इयां ई लागै!
बाबा!
धिगांणौ करै तौ कर
म्हनै तौ इयां ई लागै!!