कुण कुण चढसी जान लिस्ट त्यारी करल्यो

पडलै की सा जिनस बांध न्यारी धरल्यो

बनड़ै की सा चीज पावणा राखैला

बाकी सारा बेस बांध बगसा भरल्यो

मूंग बिखेरण कद सगला भैला होसी

कद बैठैली बान बता जूना जोशी

कद पूजांला सावो पाटो लगन बता

कूं कूं पतरी कद छप कर त्यारी होसी

हल्दी पीठी तेल चढाणू भूल गया

बान बनोरा सीख कढाणू भूल गया

झोली डण्डा घाल जनेऊ काँधै पर

काशीजी में वेद पढाणू भूल गया

कांकड़ में तूरी की तूतू कुण करसी

गांव गौरवें जार धमाका कुण करसी

सैण मनावो और सहैलो कठै गयो

मौड़ै तोरण मार मसखरी कुण करसी

गऊदान हथलेवो मामा भात कठै

दूजै दिन बा गठजोड़ै री जात कठै

साथ बैठ कर हाथ गास मुंह मे देता

सगौ सगै री जड़ होवै बा बात कठै

समटूणी की शान समूची भूल गया

पैरानी पैचाण समूची भूल गया

गीत गाल बै गली लारली गया परा

मिजमानी मैहमान समूची भूल गया

बहु बधारण फलसै सामी कुण आसी

बार रोकबा कुणसी बाई अड़ ज्यासी

कुण सासू रा बिखर् या ठांव संवारैलो

कुण सुसरै सूं ड्योढी फुर शंको खासी

मुदा मूनड़ी नेक सगाई छूट गया

रातीजूगा और टूंटिया टूट गया

मांया आगै जुआ जुई रो खैल खतम

चूंखा री रूई नै काबा लूट गया

मुंह दिखलाई करबा की अब रीत गई

पग पकड़ाई बात पुराणी बीत गई

भू मेलो भी करणू आज झमेलो है

रीतां रै सागै ही सारी प्रीत गई

कुण गावैलो गीत आँवता सावां में

कुण बायां री सार करैलो गावां मे

कुण चोटी कर मेंहदी हाथ रचावैलो

कुण हल्दी रो लेप करैलो ब्यावां मे

कुण बाबुल बण बिदा करैलो बाई नै

कुण देवेलो मांडै सीख जुवाई नै

बालाजी भैरूंजी नै कुण धोकैलो

कुण करसी मनुहार मनासी नाई नै

रिसता हुया अजाण, कदै ना सूझैला

खुदरी भी पैचान, नेट पर खूझैला

आपसरी की मेल मोबताँ गई परी

कुण कुण चढसी जान, कोई ना बूझैला

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुणियोड़ी ,
  • सिरजक : गौरीशंकर 'भावुक' ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
जुड़्योड़ा विसै