जिंया

बदळतो रैवे रंग

किळ्डौ

कदै

लाल पीळो'र काळो

कदै

हरो लीलो कल्डकबरो

स्यात आदमी

सीख्यौ है रंग बदळणो

किळ्डै स्यूं

का किळ्डै आदमी स्यूं।

स्रोत
  • सिरजक : पूनमचंद गोदारा ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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