ज्येष्ठ रो महिनो,

गर्मी पड़ै है भारी

दूजी ओर बिजली री

कटौती भी उण सूं हारी

आपणी कोमल काया

या दोन्यां सू ही हारगी।

स्रोत
  • सिरजक : नरेश व्यास ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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