इत्तै ऊंचै
आळै में
कुण धरै हो भाठा
घड़ परा गोळ-गोळ
सार भी कांईं
सार हो
घरधणी भेळै
मरण में।
अै इंडा है
आळणै में धर्योड़ा
जिण सूं
नीं निकळ सक्या बच्चिया
कद बचता पंखेरू
जद माणस ई नीं बचिया।