बिरखा री कमीं सूं
भूख-तिस रो वासो
नीं कर सकै
माणस नै बेमन
पण ई मरुधर देस में
पड़ै जद-जद
मानखै रो काळ
तद मरणो पड़ै मिनखां नै
जहर खा'र
अर पछै लारै रैवै
कुमाणस
फिरोळै जिका
मानखै री राख।