जतन करिया पण
कम नीं हुई तिरस
ललक नीं हुई कम
जारी रैयी दौड़
थम्यौ स्यात म्हैं
थक्यौ नीं मन
मन
भाजै है जुगां सूं
तन
हर बार हारै
जाणै कांई है गठजोड़ौ