मा है

सारै स्हैर री

जमादारनी...

जद तो

बा करै साफ

सारी गंदगी

मा दांई

नीं तो

पेट भरण खातर

बीजा रुजगार

घणां है।

स्रोत
  • पोथी : बेटी ,
  • सिरजक : मनोजकुमार स्वामी ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन ,
  • संस्करण : Pratham
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