क्यूं होवै मां

थारी जूण रा

पगोतिया चढतौ इतियास

चांणचक

होय जावै पांगळौ

अर

म्हनै लाधै

तालर झाळां झिलियोड़ौ!

म्हैं कीकर बाचूं

अधूरौ इतियास?

इण मांय

थारी जूण तौ है कोनी!

स्रोत
  • पोथी : घर तौ एक नाम है भरोसै रौ ,
  • सिरजक : अर्जुनदेव चारण ,
  • प्रकाशक : रम्मत प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम