सर दो दिन हूग्या,

नेट (इंटरनेट) नीं रह्यो।'

म्हैं पापा नै पूछ्यौ—

पापा नेट क्यूं नीं रह्यो?

पापा बतायो,—

मुसलमान रै लड़कै

नेट चलावणीयै लड़कै नै मार दियो

जणां नेट नीं रह्यो।

अब कांईं ठा इण मासूम नै

अर

कुण बतावै आं नान्हीं आँख्यां नै

कै कुण नेट चलावै है

अर

कुण धर्म चलावै है

इण भारत महान मांय।

स्रोत
  • सिरजक : राजदीप सिंह इन्दा ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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