म्हैं कद कैवूं

म्हैं कोनी कथी बात-

थे-म्हे अेक।

पण

थां कनै पूगी जिकी बात

वा म्हारी कोनीं

अरथ पछै कियां हो सकै म्हारौ?

जरूरत है इत्ती-सी बात जाणण री-

दुनिया है बाजार

अर हवा रा हुवै रंग हजार।

स्रोत
  • पोथी : जातरा अर पड़ाव ,
  • सिरजक : सांवर दइया ,
  • संपादक : नंद भारद्वाज ,
  • प्रकाशक : साहित्य अकादेमी ,
  • संस्करण : प्रथम