उण भाठै नै
हाथ लगा’र देखणो है
संगमरमर है बो
या माटी रो अेक ढगळो,
पण जको भी है
हर हाल म्हारो ईज है।
जे संगमरमर है बो, तो
म्हारै महल नै
ताजमहल बणावैला,
अर जे माटी रो ढगळो है बो, तो
म्हारै मांय दीसैला बीं नै
आपरी हरियाळी।