बदळ्योड़ै

बगत रा हड़मान!

आपरो करार

अर बगत री

रग पिछाण!

इब आवगो डूंगर

कोनी उखणसी

संजीवणी कठै है

सागी बात जाण!

स्रोत
  • पोथी : मंडाण ,
  • सिरजक : कुमार अजय ,
  • संपादक : नीरज दइया ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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