थूं

याद कर!

बां दिना

स्कूल में हो

अेक इज गुलाब

छोरा-छोरी

अेक-दूजै स्यूं बचा'रआँख

चूंट लेता सैंग

फूल अर पत्ता

कदै

गुलाब

पांगरियौ पूरै पाठे

प्रेम

फळाप्यौ फूलां सटै।

स्रोत
  • सिरजक : पूनमचंद गोदारा ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
जुड़्योड़ा विसै