घोचो

बियां तो

घणो

छोटो होवै,

पण जे हुज्यै

चालतै

काम रै बिचाळै

तो भोत मोटो होवै।

स्रोत
  • पोथी : कथेसर ,
  • सिरजक : प्रवीण सुथार ,
  • संपादक : रामस्वरूप किसान
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