सैर रै चाळै लाग्योड़ौ
बढ़ रियौ है
आतम-घात कानी
हौळे-हौळे गांव
ई नै अब
सुहावै कोनी
नाडी री काची पाळ
ई नै लागै कोनी औपती
गारा आळी भींता
अणखावणा लागै
ई नै ढांढा-ढोर
गोबर पोठां री बास
मांयै आवै ई नै उबकाई
औ आ बी चावै'क बड़-पीपळ नीम री जग्या
रोपीजै अंगरेजी रूंख
अेक दूजा रै घरां ऊं
भेंटती गळियां मांयै अबै घूटीजै
इण रौ जीव
गांव चावै रातौ-रात
बणणौ समारट चकाचक सैर
आड़ै पडयोड़ौ
आतम घात कानी दौड़ रियौ है गांव।