अेक पानू फरू खरीग्यू
रुंख थकी
उमर ऊं पैलै’ज
खरी जावा दीधू पानू
रुंख अै
जेंम व्है
सुभाविक किरिया
पण
हरा बदलाई रई है
वायरा मअें ऊंनापण है
थौडूक आकरापणू भी है
कदाच डौज चालवानी है
फेर खरैंगा पानं
अेक वाहें अेक
रई जायैगा ठूंठ
वौ भी खरी जायैगा
अेक
पाना वजू।