पीसे जिक्कौ पिसाई लेसी।

करमां री भरपाई लेसी।

बाकी-चाकी रैयगी तो

परमेसर सुणवाई लेसी।

कियां अठै निमळाई रैसी।

घणी चतराई चूल्हे में पड़सी।

अेरा गैरां नत्थू खेरा री,

करणी तन्ने बडाई पड़सी॥

खरो कठै अे खोटो लेसी।

कादे री काई भी सैहसी।

तवा तवा सै अेक सरीसा,

कूड़ी अे वाहवाही लेसी॥

पेट मांय पाप राखसी।

गऊमुखी में जाप राखसी।

कागद माथे तियां-पांचा,

फर्‌जी म्हौर छाप न्हाखसी॥

स्रोत
  • पोथी : साहित्य बीकानेर ,
  • सिरजक : सुधा सारस्वत ,
  • संपादक : देवीलाल महिया ,
  • प्रकाशक : महाप्राण प्रकाशन, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम
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