आभौ जांणै

कबूतरी रंग

गोळ राठौड़ी सोगाळौ

आंटाळौ पोतियौ बांध्यौ

देस म्हारौ

उदास-उदास

डरूं-फरूं ऊभौ

ठौड़-ठौड़ सूं

फाटी अंगरखी

बादळयां री

लीरालीर

सांवळा डील माथै

अटक री ही

लटक री ही

जाणै

बानरवाळ लटकती व्है

देवरा पै

जिण रै मांयकर झांकै हौ

काळजौ मायड़-भोम रौ

कठैई-कठैई

रंग-बिरंगी लाग्योड़ी कारियां

माळीपानां ज्यूं लागै ही

मूरत-सी सूरत रै

मायड़भोम रै

उफणतै हिवड़ै री

उबळतै अंतस री

कळकळतै काळजै री पीड़ री

बाफ निसरै ही

जिणनै नै थै कैवता रैवौ

ऊमस है, गरमी है

लू है

पेट में आंटा देतौ

बात-बात में आंटा खातौ

आटै रा घाटा सैतौ

देसड़लौ म्हारौ।

स्रोत
  • पोथी : मोती-मणिया ,
  • सिरजक : अरजुन सिंघ सेखावत ,
  • संपादक : कृष्ण बिहारी सहल ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन
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