आज म्हूं धाप गै रोयो

अंतस सूख ग्यो

आंख्यां सूज गी

अर

जबाड़ा दुखण लागग्या

माँ केया करै म्हूं टाबरपणै मांय

जाबक सूधो हो

हरमेस मुळकतो रैतौ

स्यात वीं टेम री कसर

आज एकर सागै पूरी कर लीन्ही

दिनगै म्हारौ ब्याव है

अर रात पड़ोस रै गांव मांय

एक जवान छोरी फाँसी लगा लीन्ही।

स्रोत
  • सिरजक : पवन 'अनाम' ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
जुड़्योड़ा विसै