कांई कैयो आप

आपरै कन्नै डांग है !

बा बंध्यां वाल़ी

नींगल़्योड़ी!

पण किणरै सारु

बता सको हो आप ?

म्हनै तो लागै है

इण डोकै रै आगै

आपरी डांग बापड़ी है

निजोरी है।

आप जाणो हो बात !

यूं देखापै सारु

दरसावो नीं

फगत कूड़की करड़ावण राखण सारु

थाप चेप

गाल रातो राखो

राखणो पड़ै !

मोटो बजणो

इतरो सोरो नीं है!

पण बात आपरै

बूथै री नीं है

क्यूं कै

काकड़िया कावल़ा नीं लागै

जद तो इण डोकै रै आगै

आपरी डांग फाटती दीसै है

जणै आप

डोको करणियां रो

होको भर रैया हो !

पछै आपरी डांग

कांई काम री?

रीस मत करजो

मोटै मिनखां!

म्हनै तो आपरी डांग

काम री कम अर

नाम री घणी लागै।

कांई कैयो आप कै!

डोकै वाल़ा नीं मान्या तो

आपरी डांग उठ सकै है!

म्हनै तो अपरतो है!

हां उठै आपरी डांग

उणां माथै

जिणां में अजूं

स्वाभिमान कायम है

मिनखपणै रा कणूका दीसै है

बूकियां रै पाण

कमावण री हूंस छोडी नीं है

छाती में बल़ है

कल़ है कीं कर दिखावण री

नाम रा सही

मोटो तो है!

उणां नै छोटा करण नै

उठै है आपरी डांग

देखां जणै ई!

उठणी चाहीजै

एक अणदीठै

वैर नै वाल़ण सारु

नानी रो डंड

दोहीती नैं भुगतावण सारु

उठै है आपरी डांग!

पण इण डोकै रै आगै

आपरी डांग थोथी है

फाटती लागै

क्यूं कै ठाल़भूलो डोको

लांठां रै हाथां है

जिका मूंडै सूं कम

अर हाथां सूं ज्यादा बोलै

शायद आप

भाषा जाणो हो

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुणयोड़ी ,
  • सिरजक : गिरधर दान दासोड़ी