चिट्ठी आवै
निपजती कूख सूं
हथलेवै री रात रमतै
नातै रै रूंख सूं
कलेवै सूं ब्यालू ताईं
रीत सूं,रसम सूं
मिंत सूं,रसूख सूं।
स्रोत
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पोथी : जागती जोत जनवरी 1996
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सिरजक : सवाई सिंह शेखावत
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संपादक : गोरधनसिंह शेखावत
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प्रकाशक : राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर