पतौ नीं म्हनै

क्यूं याद आवै

बालदिवस

जद कोई

टाबर

पगां रै

हाथ देय’र

केवै

‘बाबूजी-पॉलिश!’

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत जनवरी 1996 ,
  • सिरजक : राणुसिंह राजपुरोहित ,
  • संपादक : गोरधनसिंह शेखावत ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर
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