गळी में

कुल्फ़ी आळै

घंटी बजाई

'टन-टन-टन..!'

'अरे क्यूं कीं रा

टाबर बोकाणै I'

'भाईजी!

टाबर तो बोकसी...

थांरा नीं, तो म्हारा..!‌‍‍‌!'

स्रोत
  • पोथी : बेटी ,
  • सिरजक : मनोजकुमार स्वामी ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन, जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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