रोजीनै उगाड़ में

अखबार पढ़ीजै

रोजीनै अखबार में

कीं ना कीं अजूबो

समाचार होया करै, कै

आज सूरज री ऊर्जा सूं

चालण आळी, कार बणगी

आज ओक नूंवै भांत रो

कम्प्यूटर आग्यो

पण बो माणस बठै सदाई

अणबोल्यो बैठ्यो रैंवतो

बण कदैई नाड़नी उठाई

जियां बीनै आं बातां सूं

कीं लैणो-दैणो नीं

आज फेरूं अेक अजूबो समाचार हो

कै विज्ञानिका,

अेक केपसूल बणायो है,

जिकां लैयां पाछै

रोटी खाण री जरूरत कोनीं।

सुणता ईं बो ताच्क्यो

अर समाचार बण

अेकर फेरूं बंचवायो

अर, बिनै ईंया लागै हो

जियां आज,

काळती अर दीपूड़ो

रोटी खातर कोनी रोया!

बैसगळा धाप'र सोया है।

स्रोत
  • पोथी : तीजो थार-सप्तक ,
  • सिरजक : सतीश गोल्याण ,
  • संपादक : ओम पुरोहित 'कागद' ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन
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