तूड़ीआळै कोठै री कूंट में
पड़्यो है हळ
बीजीयो ओढ़्यां...
जेई, चौसंगी, तरंगळी अर जिंदरो
खड़्या है मूं लटकायां!
पेटी-पटिया अर पलाण हुयग्या
टाबरां रा रमतिया...
छालै में घालनै
फटकेड़ो-सो डोकरो
सूत्यो है पुराणियै दरुजै
ढीली माचली माथै!
करतां करतां कार
पड़ी बगत री मार
चाणचकै ई बापड़ा
हुयग्या बेकार॥