जिको गुण भूलै
बो अधरबम में झूलै
आसीस बिना कोई
कदै न फूलै-फळै
दै पांडिया आसीस!
हूं क्या दूं?
म्हारी आंतड़ी दै
दुरासीस हुओ
या आसीस
सै मांय री मांय है।