जुद्ध जीवण है

पण जुद्ध जारी नीं रैवै

हारै कोई

जीते कोई

अर खतम हुय जावै

अेक जुद्ध

पण फगत हार-जीत नीं है जुद्ध

जुद्ध हार-जीत रे बाद रा बैण है

मैणा है

टोंट है

अर साच कैवूं तो

जुद्ध भलांई खतम हुय जावौ

पण नीं हुवै कदै जुद्ध खतम

मन में

मन में बैठ जावै

जुद्ध रा अैनाण

किसा धोयां धुपै?

स्रोत
  • पोथी : इत्ती सी तो बात है ,
  • सिरजक : रोशन बाफना ,
  • प्रकाशक : गायत्री प्रकाशन
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