आजादी रै आंगणियै मतवाळा लूमक-झूमक।

नाचे है ठूमक-ठूमक, नाचे है ठूमक-ठूमक रे, नाचे ठूमक-ठूमक।

लै देख अंधेरो हाल्यो, आजादी घेरो घाल्यो।

लै देख अंधेरो हाल्यो, आजादी घेरो घाल्यो।

मुगती अंबर में सूरजड़ो, दमकै है दमक-दमक।

नाचे है ठूमक-ठूमक रे, नाचे ठूमक-ठूमक।

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुणियोड़ी ,
  • सिरजक : मोहन मण्डेला ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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