टक्को लाग्यो पातड़ी,

घर में भू बड़कदे पड़ी।

अर्थ - वधू-पक्ष के धनवान होने के कारण वर के पिता को बहू लाने में कुछ भी व्यय नहीं करना पड़ा।

स्रोत
  • पोथी : राजस्थानी कहावतें ,
  • संपादक : कन्हैयालाल सहल ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी साहित्य संस्थान ,
  • संस्करण : द्वितीय संस्करण