डूंगर बळती दीखै, पगां बळती कोनी दीखै
अर्थ - पहाड़ पर जलती हुई आग दिखाई देती है, पैरों जलती हुई नहीं। दूसरों के दोष को देखता है, अपने दोषों को नहीं।